Mahila Rojgar Yojana: प्रधानमंत्री मोदी ने दी महिलाओं को बड़ी सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक पहल की है। शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए Mahila Rojgar Yojana का शुभारंभ किया गया। लॉन्चिंग के पहले ही दिन सरकार ने 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में सीधे ₹10-10 हजार की राशि ट्रांसफर की। कुल मिलाकर ₹7,500 करोड़ रुपये की राशि एक साथ भेजी गई है।
Mahila Rojgar Yojana
सरकार ने देश की महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025 की शुरुआत की है। इस योजना के तहत महिलाओं को स्वरोजगार शुरू करने या छोटे व्यवसाय का विस्तार करने के लिए आसान शर्तों पर लोन और वित्तीय सहायता दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य उन महिलाओं को प्रोत्साहित करना है जो हुनरमंद हैं लेकिन पूंजी की कमी के कारण अपना बिज़नेस शुरू नहीं कर पातीं। बैंक और वित्तीय संस्थानों के जरिए महिलाओं को कम ब्याज दरों पर लोन, सब्सिडी, और प्रशिक्षण सहायता दी जाती है ताकि वे अपना रोजगार खुद खड़ा कर सकें। यह पहल महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में सरकार का बड़ा कदम मानी जा रही है।
महिला रोजगार योजना क्या है?
मुख्यमंत्री Mahila Rojgar Yojana 2025 का उद्देश्य बिहार की ग्रामीण और शहरी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत शुरुआत में हर पात्र महिला को ₹10,000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है। आगे चलकर सरकार ऐसी महिलाओं को ₹2 लाख रुपये तक का अतिरिक्त सहयोग भी प्रदान करेगी ताकि वे अपना खुद का रोजगार शुरू कर सकें।
अब तक 1 करोड़ से ज्यादा महिलाओं ने किया आवेदन
बिहार सरकार की इस योजना से अब तक 1 करोड़ से अधिक महिलाएं जुड़ चुकी हैं। ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी महिलाएं तेजी से आवेदन कर रही हैं। यह योजना महिलाओं को आर्थिक मजबूती और सामाजिक पहचान दोनों देने का काम कर रही है।
किन महिलाओं को मिलेगा ₹2 लाख फायदा?
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि यह केवल एक बार की आर्थिक सहायता नहीं है। यदि कोई महिला इस राशि का उपयोग सही ढंग से करती है और उससे रोजगार शुरू करती है, तो सरकार उसकी सफलता देखकर आगे ₹2 लाख रुपये तक का लोन या अनुदान भी देगी। यह कदम महिलाओं को लंबे समय के लिए आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में उठाया गया है।
महिला रोजगार योजना का उद्देश्य
महिला रोजगार योजना का मुख्य उद्देश्य है -“हर महिला आत्मनिर्भर बने”। महिलाएं इस राशि का इस्तेमाल पशुपालन, सिलाई, हस्तशिल्प, ब्यूटी पार्लर, खेती या छोटे व्यवसायों में कर सकती हैं। इससे न सिर्फ उनकी आय बढ़ेगी, बल्कि बिहार के ग्रामीण अर्थतंत्र को भी नई मजबूती मिलेगी।
रोजगार के साथ ट्रेनिंग की भी सुविधा
यह योजना सिर्फ आर्थिक मदद तक सीमित नहीं है। जीविका और स्वयं सहायता समूहों (SHG) के माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उन्हें छोटे व्यवसाय जैसे सिलाई, बुनाई, हस्तशिल्प, डेयरी, खेती या अन्य घरेलू उद्योगों की ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही, उनके बनाए गए उत्पादों को बेचने के लिए हाट-बाजार और लोकल मार्केट का भी विकास किया जाएगा।
महिला रोजगार योजना का लाभ किनको मिलेगा?
महिला रोजगार योजना का लाभ केवल बिहार की स्थायी निवासी महिलाओं को मिलेगा। इसके लिए जरूरी है कि महिला जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हो। जो महिलाएं अभी तक समूह का हिस्सा नहीं हैं, वे पहले सदस्य बनकर इस योजना का फायदा ले सकती हैं।
महिला रोजगार योजना आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज़:-
आधार कार्ड
बैंक पासबुक
पैन कार्ड
पासपोर्ट साइज फोटो
महिला रोजगार योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
Mahila Rojgar Yojana Apply Online Form जो महिलाएं पहले से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, उन्हें ऑनलाइन आवेदन करने की जरूरत नहीं है। जबकि जो महिलाएं नई हैं, वे ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट https://mmry.brlps.in पर जाएं।
“Click Here to Apply” वाले लिंक पर क्लिक करें।
सवाल पूछा जाएगा — क्या आप स्वयं सहायता समूह की सदस्य हैं?
“नहीं” का विकल्प चुनें और बॉक्स को टिक करें।
अब Self Registration Form भरें-आधार नंबर, नाम, पिता/पति का नाम, मोबाइल नंबर डालें और OTP वेरिफाई करें।
मांगे गए डॉक्यूमेंट अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें।



